
Baumgartner jumped from space: चंद्रयान-3 के चांद पर लैंड करने के बाद आप कई बार सुन चुके होंगे कि भारत ने अंतरिक्ष में लंबी छलांग लगाई है. लेकिन, क्या आपने सोचा है कि अगर कोई अंतरिक्ष से धरती की ओर छलांग लगाए तो क्या होगा? क्या आज तक किसी ने ये कारनामा किया है? अगर हां, तो उस शख्स के साथ क्या हुआ? क्या वह बिना किसी नुकसान के धरती पर लैंड कर पाया? अंतरिक्ष से छलांग लगाने के बाद धरती की ओर आते हुए उसकी रफ्तार कितनी रही होगी? उसे अंतरिक्ष से धरती तक पहुंचने में कितना वक्त लगा? हम इस लेख में आपको आपके मन में उठने वाले ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब बता रहे हैं.
ऑस्ट्रिया के स्काई डाइवर फेलिक्स बॉमगार्टनर ने सबसे ज्यादा ऊंचाई से छलांग लगाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. वह 14 अक्टूबर 2012 को हीलियम गुब्बारे की मदद से समताप मंडल तक गए. इसके बाद उन्होंने वहां से छलांग लगा दी. उन्होंने अनुमानित 39 किमी स्काईडाइविंग का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था. फेलिक्स बॉमगार्टनर पेशे से हेलिकॉप्टर पायलट हैं. ऑस्ट्रिया के साल्जबुर्ग में 20 अप्रैल 1969 को जन्मे बॉमगार्टन ने 16 साल की उम्र से ही स्काई डाइविंग शुरू कर दी थी. उन्होंने अपने कौशल को बेहतर बनाने के लिए ऑस्ट्रिया की सैन्य परिषद में भी हिस्सा लिया.
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फेलिक्स बॉमगार्टनर के नाम हैं कई रिकॉर्ड
फेलिक्स ने 1990 में परंपरागत स्काई डाइविंग को छोड़कर बेस जंपिंग का रुख कर लिया. इसमें एक विशेष लक्ष्य पर जाकर पैराशूट के जरिये नीचे उतरा जाता है. ये लक्ष्य इमारत, पुल, जमीन कुछ भी हो सकते हैं. उन्होंने 1999 में कुआलालंपुर के पेट्रोनास टॉवर से छलांग लगाकर नया रिकॉर्ड बनाया था. ताइपे की जुड़वां इमारतें एक समय तक दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग्स थीं. साल 2007 में बॉमगार्टनर ने इनसे भी छलांग लगाई. बॉमगार्टनर 2003 में इंग्लिश चैनल के ऊपर उड़ने वाले पहले व्यक्ति बने. कार्बन फाइबर के पंखे लगाकर उन्होंने एक जहाज से छलांग लगाई. किसी भी स्टंट को करने से पहले फेलिक्स सख्त अनुशासन के साथ ट्रेनिंग लेते हैं.
बॉमगार्टनर ने अंतरिक्ष से छलांग लगाने के लिए न्यू मेक्सिको के रॉसवेल से हीलियम गुब्बारे में उड़ान भरी थी.
अंतरिक्ष से छलांग के बाद कितनी थी रफ्तार
बॉमगार्टनर ने अंतरिक्ष से छलांग लगाने के लिए न्यू मेक्सिको के रॉसवेल से हीलियम गुब्बारे में उड़ान भरी थी. अंतरिक्ष में पहुंचने के बाद जब उन्होंने छलांग लगाई तो काफी देर तक अपना पैराशूट नहीं खोला था. उन्होंने धरती की सतह से कुछ हजार मीटर पहले ही पैराशूट खोला था. ऐसे में छलांग के बाद वह 1,000 किमी प्रति घंटा से ज्यादा की रफ्तार से धरती ओर गिर रहे थे. एक समय ऐसा भी आया जब वह ध्वनि की रफ्तार को पार करते हुए 1,357.64 किमी प्रति घंटा की गति से धरती की ओर गिर रहे थे. बता दें कि ध्वनि की रफ्तार 1235 किमी प्रति घंटा होती है. इस पल को वीडियो कैमरे के जरिये प्रसारित किया गया था. जमीन के नजदीक आते ही कुछ हजार फीट की दूरी उन्होंने पैराशूट को खोलकर तय की थी.
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फेलिक्स को लैंड करने में कितना वक्त लगा
छलांग के वक्त बॉमगार्टनर की उम्र 43 साल थी. उन्होंने अंतरिक्ष से छलांग लगाने के बाद एक हजार किमी प्रति घंटा की रफ्तार से धरती तक आने में 10 मिनट का वक्त लिया था. जमीन पर उतरने के बाद बॉमगार्टनर ने जब हवा में हाथ लहराए तो उनका परिवार उनके उड़ान भरने की जगह से इस दृश्य को देख रहा था. उनके माता-पिता उनके हर कारनामे को देखने के लिए उनके साथ हर जगह जाते हैं. बॉमगार्टनर के रिकॉर्ड को 24 अक्टूबर 2014 को एलन यूस्टेस नाम के स्काई डाइवर ने तोड़ दिया. उन्होंने 41.42 किमी की ऊंचाई से छलांग लगाकर कीर्तिमान बनाया. हालांकि, बॉमगार्टनर ने बिना पैराशूट के यूस्टेस के मुकाबले ज्यादा दूरी तय की थी.

बॉमगार्टनर ने अंतरिक्ष से छलांग लगाने के बाद एक हजार किमी प्रति घंटा की रफ्तार से धरती तक आने में 10 मिनट का वक्त लिया था.
छलांग लगाने से पहले हो गई थी बड़ी गड़बड़
फेलिक्स बॉमगार्टनर जब छलांग लगाने के लिए गुब्बारे से उतर रहे थे, तब आखिरी समय में उनके हेलमेट के एक हीटर ने काम करना बंद कर दिया था. ऐसे में जब उन्होंने छलांग लगाई तो तेज सांस लेने के कारण हेलमेट में भाप भर गई थी. बॉमगार्टनर ने इस सबसे ऊंची छलांग के दौरान खतरों से बचने के लिए एक विशेष प्रेशर सूट पहना था. इस सूट में हवा का विशेष दबाव बनाकर रखा गया था. ये सूट अंतरिक्ष यात्रियों के सूट की ही तरह था. हेलमेट में आई तकनीकी खामी के बाद फेलिक्स बॉमगार्टनर ने दुनिया की सबसे फंची छलांग लगाकर रिकॉर्ड बनाया.
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FIRST PUBLISHED : September 01, 2023, 18:08 IST