
हाइलाइट्स
26 नवंबर रविवार के दिन दोपहर 03:53 बजे से कार्तिक पूर्णिमा तिथि प्रारंभ हो जाएगी.
यह तिथि 27 नवंबर सोमवार के दिन दोपहर 02:45 मिनट तक मान्य रहेगी.
देव दीपावली का शुभ मुहूर्त शाम 05:08 बजे से शाम 07:47 बजे तक है.
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा तिथि को मनाते हैं. इस बार देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा से एक दिन पहले ही मनाई जाएगी. जबकि कार्तिक पूर्णिमा का स्नान और दान देव दीपावली के अगले दिन सुबह में होगा. इस साल देव दीपावली और कार्तिक पूर्णिमा दोनों अलग-अलग दिन क्यों हैं? इस बारे में विस्तार से जानते हैं तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से.
कार्तिक पूर्णिमा 2023 तिथि मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, 26 नवंबर रविवार के दिन दोपहर 03:53 बजे से कार्तिक पूर्णिमा तिथि प्रारंभ हो जाएगी और यह 27 नवंबर सोमवार के दिन दोपहर 02:45 मिनट तक मान्य रहेगी. कार्तिक पूर्णिमा का व्रत और स्नान-दान 27 नवंबर सोमवार को होगा.
ये भी पढ़ें: कब है कार्तिक पूर्णिमा? जानें सही तिथि और स्नान-दान मुहूर्त, देवताओं के लिए महत्वपूर्ण क्यों
देव दीपावली 2023 कब है?
इस साल देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा से एक दिन पहले 26 नवंबर रविवार को मनाई जाएगी. दरअसल कार्तिक पूर्णिमा तिथि को प्रदोष काल में देव दीपावली मनाते हैं. इस साल 27 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन प्रदोष काल नहीं मिल रही है क्योंकि पूर्णिमा तिथि दोपहर में ही खत्म हो जा रही है.
ऐसे में 26 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा तिथि दोपहर 03:53 बजे से लग रही है और उस दिन प्रदोष काल प्राप्त हो रहा है. सूर्यास्त के बाद से प्रदोष काल शुरू होता है. कार्तिक पूर्णिमा तिथि में प्रदोष काल 26 नवंबर को है, इस वजह से देव दीपावली उस दिन ही मनाई जाएगी.
ये भी पढ़ें: तुलसी विवाह कब है? सर्वार्थ सिद्धि समेत बन रहे 3 शुभ योग, जानें मुहूर्त, पूजा सामग्री और महत्व
देव दीपावली 2023 शुभ मुहूर्त
26 नवंबर को देव दीपावली का शुभ मुहूर्त शाम 05:08 बजे से शाम 07:47 बजे तक है. देव दीपावली को आप भगवान शिव और देवताओं के लिए दीप सूर्यास्त के बाद जला सकते हैं. इस दिन आपको घी के दीप जलाने चाहिए. इसके अलावा आप चाहें तो तिल के तेल का भी दीपक जला सकते हैं. देवी और देवताओं के लिए घी का दीपक जलाना शुभ होता है.
देव दीपावली 2023 शुभ योग
इस साल देव दीपावली के अवसर पर रवि योग, परिघ योग और शिव योग बन रहे हैं. रवि योग सुबह 06:52 बजे से दोपहर 02:05 बजे तक है. परिघ योग सुबह से देर रात 12:37 बजे तक है, फिर शिव योग बन रहा है.
देव दीपावली क्यों मनाते हैं?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था, वह देवी और देवताओं को अपने आतंक से परेशान कर रखा था. उसके वध से खुश होकर सभी देवी और देवता काशी नगरी पहुंचे. वहां पर सभी ने गंगा स्नान के बाद दीप जलाए और शिव पूजा की. देव दीपावली अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक है. हर साल कार्तिक पूर्णिमा तिथि को प्रदोष काल में देव दीपावली मनाई जाती है.
.
Tags: Dharma Aastha, Religion
FIRST PUBLISHED : November 21, 2023, 08:55 IST